अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध
टूटे सपने बिखरते मोती, ये साथ नहीं अपराध है, जिसे माना मैंने देवता, वो जानवर से भी बदतर है। टूटे सपने बिखरते मोती, ये साथ नहीं अपराध है, जिसे माना मैंने देवता, वो ...
जो युगों-युगों से बाँधे हुए है हमारे मृत्यु चक्र को एक शरीर से दूसरे शरीर तक जो युगों-युगों से बाँधे हुए है हमारे मृत्यु चक्र को एक शरीर से दूसरे ...
मेरे जन्म से क्या तुम हो जाती कलंकिनी ? मेरे जन्म से क्या तुम हो जाती कलंकिनी ?
बेटी को न बनाओ पराई चाहे बेटे को बना दो घरजँवाई। बेटी को न बनाओ पराई चाहे बेटे को बना दो घरजँवाई।
वो आइना नहीं मेरी रूह थी जो आज मुझसे रूबरू थी। वो आइना नहीं मेरी रूह थी जो आज मुझसे रूबरू थी।